उत्तराखंड की बेटी ने नौकरी छोड़कर शुरू किया मशरूम खेती का काम, 8 जगहों पर नौकरी के बाद शुरू किया खुद का काम,

आजकल हर पढ़े लिखे युवा पढ़ लिखकर खेती की तरफ लौट रहे है। और खेती को तकनीक के साथ जोड़कर एक नए आयाम खड़े कर रहे है। ऐसे में कई युवाओं का नाम आता है। जो कि देश के कई कोनो में रहकर अपनी पहचान बनाये हुए है। ऐसी ही एक बेटी है, उत्तराखंड के देहरादून में रहने दिव्या रावत की, जिन्हे मशरूम गर्ल के नाम से भी जाना जाता है। दिव्या के सर पर बहुत ही कम उम्र में मुसीबतो का पहाड़ टूट पड़ा था। क्योकि जब वो कक्षा 12 में थी, तो उनके पिता का देहांत हो गया था। तबसे उनके सर पर जिम्मेदारियां आ गयी। जिसके लिए उन्होंने बहुत जगह नौकरियां की। और खर्चा चलाने के लिए भटकते रहे। लेकिन हार नहीं मानी। और ऐसा करते हुए उन्होंने करीब 8 जगहो पर नौकरियां की। और कुछ समय के बाद नौकरी छोड़कर उन्होंने स्टार्ट अप करने के बारे में सोचा। और शुरू किया मशरूम का बिज़नेस ,बन गयी मशरूम गर्ल।

दिव्या रावत नाम की ये बेटी उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली है।
दिव्या रावत नाम की ये बेटी उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली है।

उत्तराखंड से है दिव्या रावत

बता दे कि दिव्या रावत नाम की ये बेटी उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली है। और चमोली जिले में इनका जन्म हुआ। और उनके पिता जी इंडियन आर्मी में थे। और साल 2012 में उनके पिता का देहांत हो गया था। और समय दिव्या राकक्षा 12 में थी। और उस समय से ही दिव्या के सर पर जिम्मेदायिओ का भार आ गया था। और दिव्या जिमीदार भी हो चली थी। लेकिन उन्हें शुरू में आ काफी दिक्क्तों क सामना करना पड़ा। 12 के बाद के उन्होंने नॉएडा यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क से मास्टर्स किया। उसके बाद उन्हें एक प्राइवेट कम्पनी में 25 हज़ार की नौकरी मिल गयी। और उन्होंने करीब 8 जगह नौकरी की।

दिव्या ने घर आकर देहरादून के मोथरावाला क्षेत्र में मशरूम की खेती शुरू की
दिव्या ने घर आकर देहरादून के मोथरावाला क्षेत्र में मशरूम की खेती शुरू की

इसे भी अवश्य पढ़े:-IT कम्पनी में मैनेजर की पोस्ट छोड़कर शुरू किया, गधी के दूध का व्यापार, आज कमा रहे है करोड़ो रुपए

कुछ करने की चाह ने घर वापस बुला लिया।

दिव्या रावत का मन नहीं लगा रहा था। वो नौकरी तो कर रही थी, लेकिन कुछ बढ़ा करने का जस्बा उनमे शुरू से ही था। और एक इच्छा थी कि वो अपना खुद का कुछ स्टार्ट अप करना चाहती है। इसलिए उन्होंने घर वापस आने का फैसला लिया। और घर आकर देहरादून के मोथरावाला क्षेत्र में मशरूम की खेती करने की सोची। और आज उनका ये फैसला उन्हें 2 करोड़ के मुनाफे में पंहुचा चुका है। और वो न सिर्फ खुद सक्षम बन चुकी है। बल्कि दूसरे को भी रोज़गार दे रही है।

दिव्या न सिर्फ खुद सक्षम बन चुकी है। बल्कि दूसरे को भी रोज़गार दे रही है।
दिव्या न सिर्फ खुद सक्षम बन चुकी है। बल्कि दूसरे को भी रोज़गार दे रही है।

इसे भी अवश्य पढ़े:-कभी घर का खर्चा चलाने के लिए बेचनी पड़ती थी किताबे, फिर शुरू की मोती की खेती, आज कमाते है साल के लाखों रुपए,

ऐसे ही दिलचस्प किस्से जानने के लिए जुड़े रहिये समाचार बडी के साथ, और हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करना न भूले

Join WhatsApp Channel