भारत के साथ जापानी बाज़ार में भी मचा रही है धूम ये “ब्लू टोकाई” कम्पनी, अब तक कर चुकी है, 1000 टन भुनी कॉफ़ी बेचने का दावा

आजकल भारत में चाय से ज्यादा कॉफ़ी का चलन है। बढ़ते आधुनिक समय मे बात की जाय तो चाय से ज्यादा कॉफ़ी की लोकप्रियता बढ़ रही है। और भारत वैसे तो चाय के लिए जाना जाता है, लेकिन आजकल हर कोई चाय के आलावा कॉफ़ी के स्टार्ट अप आइडियाज को भी लेकर आगे जाना चाहता है। और इसीलिए कॉफ़ी के कई ब्रांड्स आ चुके हैं, इसी में से एक हैं अमेरिकन ब्रांड्स की एक “स्टार बक्स”, जो कि आज एक इंटरनेशनल कॉफ़ी ब्रांड्स बन चुके है। और आज हम आपको एक ऐसी ही कॉफ़ी ब्रांड ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स की सफलता की कहानी से ररूबरू करवाने जा रहे है, जो कि स्टार बक्स, बरिस्ता, कैफ़े कफ डे जैसे हाई ब्रांड्स के साथ ही रेस में हैं। और अपनी एक अलग ही पहचान बना चुकी है।

2013 में हुई थी ब्लू टोकाई कॉफ़ी की शुरुआत
2013 में हुई थी ब्लू टोकाई कॉफ़ी की शुरुआत

2013 में हुई थी ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स की शुरुआत

बता दे, कि ब्लू टोकाई की शुरआत साल 2013 में मैट चितरंजन, नम्रता अस्थाना और शिवम शाही ने की थी। और वो खुद नहीं जानते थे ,कि ब्लू टोकाई इतनी बुलन्दियो को छुएगा। आज ब्लू टोकाई कॉफ़ी स्टार बक्स, बरिस्ता, कैफ़े कफ डे के जैसे ही ऊंचाइयों को छू रहा हैं, और इनके संस्थापक की मेहनत रंग ला रही है। काफी समय से नेस्कैफे, ब्रू और अमूल ब्रांड्स भी अपनी एक खास जगह बाज़ार में बनाए हुए है। लेकिन ब्लू टोकाई भी आज उनके साथ हीें इस लिस्ट में शामिल हो गया है।

 ब्लू टोकाई के 50 से भी ज्यादा कैफ़े स्थापित
ब्लू टोकाई के 50 से भी ज्यादा कैफ़े स्थापित

ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स  के 50 से भी ज्यादा कैफ़े स्थापित

बता दे कि भारत के कई हिस्सों में अब तक ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स के करीब 50 से भी ज्यादा ब्रांचेज खुल चुकी है। और अब तक भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और गुरुग्राम में ब्लू टोकाई अपने पाव पसार चुका है, और सफलता के साथ काम कर रहा है। और कॉफी सभी को काफी पसंद भी आ रही है, और लोग काफी पसंद भी कर रहे है। और ब्लू टोकाई अपने कस्टमर्स को कॉफ़ी के आलावा, ग्राउंड कॉफी, रोस्टेड कॉफ़ी कैन, आदि भी ग्राहकों को काफी पसंद आ रही है। और यही उन्हें विशेष बनाती है।

ब्लू टोकई कंपनी के संस्थापक मेट्ट चितरंजन
ब्लू टोकई कंपनी के संस्थापक मेट्ट चितरंजन

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ऐसे शुरू हुई थी ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स

ब्लू टोकाई की शुरूआत तब होती है, जब मैट चितरंजन, नम्रता अस्थाना चेन्नई से दिल्ली की तरफ रुख कर रहे थे, और उन्होंने कॉफ़ी के शुरुआती स्वाद को याद किया, और भुनी हुई ताज़ी कॉफी के बारे में विचायी किया। और मैट चितरंजन, नम्रता अस्थाना ने शुरुआत की ब्लू टोकाई कॉफ़ी रोस्टर्स । जो कि साल 2013 में शुरू की गयी, रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्लू टोकाई करीब 2 साल के लिए बूटस्ट्रैप पर थी।

कम्पनी का वर्षों से दावा भी है कि वो 1000 टन ताज़ी कॉफ़ी को भूनकर बेच चुकी है।
कम्पनी का वर्षों से दावा भी है कि वो 1000 टन ताज़ी कॉफ़ी को भूनकर बेच चुकी है।

1000 टन कॉफ़ी को भूनकर बेचने का कर चुकी है

वैसे तो ब्लू टोकाइ कम्पनी अपनी स्थिरता और अलग तरह से कैन्स में कॉफ़ी सर्व करने के लिए जानी जाती है, और सबसे ज्यादा ताज़ी कॉफ़ी को भूनकर रोस्टेड कॉफ़ी के लिए माना जाता है। और कम्पनी का वर्षों से दावा भी है कि वो 1000 टन ताज़ी कॉफ़ी को भूनकर बेच चुकी है।

ब्लू टोकाइ आज बड़ी-बड़ी कॉफ़ी कम्पनी के साथ अच्छा प्रतिभाग कर रही है
ब्लू टोकाइ आज बड़ी-बड़ी कॉफ़ी कम्पनी के साथ अच्छा प्रतिभाग कर रही है

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