कौन थे शूरवीर तिलका मांझी ? जिन्हे इतिहास के पन्नो में शामिल नहीं किया गया, देश को आज़ाद कराने के लिए पहला कदम उठाया था

भारत लगभग 200 साल तक अंग्रेज़ो का गुलाम रहा है। और ये आज़ादी की सांस जो आज हम ले रहे है। बहुत ही मिन्नतों से मिली है। और इस आज़ादी में बहुत से शूरवीर का योगदान रहा है। और उनमें से कई नाम तो ऐसे है जिनके बारे में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जा चका है। लेकिन कुछ ऐसे नाम भी है। जिनका उल्लेख इतिहास के पन्नो में दर्ज़ नहीं हुआ है। और वो कहीं न कहीं गुमनाम है। और दुःख की बात तो ये भी है, कि हमे इस बारे में नहीं पता है। ऐसे ही एक शूरवीर है भारत के बिहार राज्य में जन्मे तिलका मांझी। जिनका बलिदान और योगदान हम सभी को जानना चाहिए।

तिलका मांझी का जन्म 11 फेरवरी 1750 को भारत के बिहार राज्य में हुआ था।
तिलका मांझी का जन्म 11 फेरवरी 1750 को भारत के बिहार राज्य में हुआ था।

कौन है तिलका मांझी

अनुमान के अनुसार तिलका मांझी का जन्म 11 फेरवरी 1750 को भारत के बिहार राज्य में हुआ था। वैसे तो उन्हें झबरा पहाडी के नाम से जाना जाता था। लेकिन वो वाकई में संथाल थे या पहाड़ी ? इस बात को लेकर काफी मतभेद है। लेकिन उस दौर की जुटी हुई जानकारी के पन्नो को पलटकर देखा जाए, तो उनका नाम झबरा पहाड़ी ही सुनने में आता है। फिर उनका नाम तिलका मांझी कैसे पड़ा ? दरअसल तिलका का शाब्दिक अर्थ होता है गुस्सैल लाल आँखों वाला। और झबरा पहाड़ी का भी व्यक्तित्व कुछ ऐसा ही था। जिस कारण उनका नाम तिलका मांझी पड गया।

अंग्रेज़ो का शोषण देखते हुए गुज़रा मांझी का बचपन
अंग्रेज़ो का शोषण देखते हुए गुज़रा मांझी का बचपन

अंग्रेज़ो का शोषण देखते हुए गुज़रा मांझी का बचपन

बता कि 1770 से पहले जब औरंगज़ेब की मौत हुई। और ज़मीनी व्यवस्था का अधिकार ज़बरदस्ती ज़मीदारो ने हतिया लिया था , और वो आदिवासी किसानो का शोषण करते थे। और बाद में अग्रेज़ो ने ज़मीदारी व्यवस्था तो खत्म कर दी, लेकिन उन्होंने भी आदिवासीयो किसानो का शोषण करना शुरू कर दिया। और यही सब देखते हुए तिलका मांझी बड़े हो रहे थे।

तिलका मांझी ने प्रेरित किया लोगो को

1770 की उन दर्दनाक घटनाओ के बाद तिलका मांझी ने बहुत से प्रयास किये। और उन्होंने जगह जगह पर लोगो अंग्रेज़ो के खिलाफ भाषण बाजी की। और लोगों को उनके हक़ के बारे में बताने लगे। और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने लगे।

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एक शूरवीर है भारत के बिहार राज्य में जन्मे तिलका मांझी
एक शूरवीर है भारत के बिहार राज्य में जन्मे तिलका मांझी

तिलका ने लूटा अंग्रेज़ो का खज़ाना

1770 में जब बंगाल में भयंकर सूखा और अकाल पड़ा तो, सभी जनता सोचने लगी की शायद टैक्स कम देना पड़े। लेकिन बिलकुल उल्टा ही होने लगा। वो दुगना कर वसूलने लगे। जिससे आम जनता ओर भी परेशान हो गयी। और ऐसा जब तक हुआ तब तक कई गरीब लोग इसकी भेंट चढ़ गए। और लाखों गरीब लोगों की जान चली गयी। और तिलका ये सब देख रहे थे। और गुस्से से झल्लाये हुए थे। और उन्होंने बिहार के भागलपुर में रखा अंग्रेज़ो का खज़ाना लूट लिया। और आम जनता में बाँट दिया। उस वक़्त तिलका सबके लिए किसी मसीहा से कम नहीं थे।

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