लोगो के तानो से हो गयी थी परेशान, जान लेने की कोशिश भी की, लेकिन हिम्मत बटोरकर संभाला खुद को, बन गयी देश की सबसे कम उम्र की महिला CEO

अक्सर ज़िंदगी में हमे ऐसे हालातों से गुज़रना पड़ता है, जब हम कुछ सोच नहीं पाते है। या फिर कई बार कुछ ऐसी मुश्किलें आ जाती है, कि हम कुछ सोच ही नहीं पाते है। और मुश्किलें बहुत आ जाती है। या फिर हम उनसे लड़ते है, या फिर हम उनका सामना नहीं कर पाते है। और जो इंसान इन मुश्किलों से लड़कर आगे बढ़ता है, वही जीवन की इस दौड़ में सिकंदर बनता है। और एक अलग मुकाम हासिल करता है। आज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। जो कि देश की सबसे कम उम्र की CEO है। और एक प्रेरणा भी है। खासकर उन लोगो के लिए जो खुद से लड़ने के समय पर डरते है। और मुश्किलों से हार मान जाते है। और वाकई ये बात बिलकुल सही है। क्योकि आजकल की इस दुनिया में बहुत से लोग ऐसे भी है, जो कि मुश्किलों के आने से घबरा जाते है। और हार जाते है। लेकिन आज हम जिस महिला राधिका गुप्ता की कहानी आपके सामने लेकर आये है , उनका नाम है राधिका गुप्ता। जिन्होंने मुश्किलो से हार नहीं मानी। और लोगो ने उनके उनके शरीर की कमी की वजह से मज़ाक बनाया लेकिन उन्होंने खुद से लड़ाई की। और संघर्ष करके सफलता हासिल की।

मात्र 25 साल की उम्र में खुद की कम्पनी की शुरुआत की और सबसे युवा CEO बन गयी।
मात्र 25 साल की उम्र में खुद की कम्पनी की शुरुआत की और सबसे युवा CEO बन गयी।

राधिका गुप्ता सबसे कम उम्र में बन गयी युवा CEO

आज राधिका गुप्ता जी अपने काम और मेहनत के बल पर एक अलग ही पहचान कायम किये हए है। और वो सबसे कम उम्र की युवा CEO है। और उनकी कम्पनी का नाम है एडलवाइज ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड है। जिसमे वो मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर कार्यरत है। एक समय पर उन्होंने भी लोगों के तानो से हार मानकर सुसाइड करने के बारे में सोचा था। लेकिन उन्होंने बहुत ही हिम्मत के साथ संघर्ष करके अपना सफर शुरू किया। और सफलता तक पहुंच गयी।

चिढ़ाते थे लोग, हो गयी थी परेशान
चिढ़ाते थे लोग, हो गयी थी परेशान

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 चिढ़ाते थे लोग, हो गयी थी परेशान

एक समय राधिका गुप्ता के जीवन में में ऐसा था, कि उन्हें उनकी टेढ़ी गर्दन और भारतीय भाषा के लहज़े की वजह से मज़ाक बनना पड़ता था। उनके पिता एक राजनायिक थे, जिसके कारण वो बाहर ही पढ़ाई की है। और बाहर के स्कूल्ज में ही पढ़ाई की है। जिसके कारण उनके दोस्त उन्हें परेशान करके थे। और उन्होंने कई बार आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी। लेकिन हर बार हिम्मत बटोरकर खुद संभाला था। और उन्होंने सब मुश्किलों को झेलते हुए भी मात्र 25 साल की उम्र में खुद की कम्पनी की शुरुआत की और सबसे युवा CEO बन गयी।

सबसे कम उम्र में बन गयी युवा CEO
सबसे कम उम्र में बन गयी युवा CEO

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