जीना है, तो इस बेटी से सीखिए! कैंसर जैसी बिमारी से भी नहीं मानी हार, योद्धा की तरह लड़ते हुए इस बेटी ने दी 10वी की परीक्षा, 81प्रतिशत अंको के साथ..

जीवन का संघर्ष कई बार जीवन से भी जयादा कठिन हो जाता है। और आजकल तो इस आधुनिक समय में हर चीज़ इतनी एडवांस हो गए है। कि आपको हर आधारभूत सुविधा मिल जाती है। बस शर्त होती है, कि हम हर तरह से खुद को तैयार रखे। तभी वह सफल हो सकता है। और जीवन की उंचाईओ को हासिल कर सकता है। और एक मिसाल बन सकता है। आज की कहानी है मुंबई में रहने वाली दिव्या की। जिन्होंने कैंसर की जंग जीतने के साथ साथ 10वी की परीक्षा के लिए भी तयारी की थी। और जिसका परिणाम आपके सामने है , दिव्या ने 81 प्रतिशत मार्क्स हासिल किये है। और एक इतिहास ही लिख डाला है। ऐसी लड़कियां हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा स्वरुप है। और पिछले कुछ सालो में तो देश की बेटियों ने देश का नाम बहुत ऊंचाई तक पंहुचा ही दिया है। और इस बेटी ने जिसका नाम दिव्या है, उन्होंने न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारी से लड़ाई लड़ी है, बल्कि उस लड़ाई के साथ साथ उन्होने अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी है। जिसका परिणाम आपके सामने है।

दिव्या ने कक्षा 10में 81.6 प्रतिशत मार्क्स किये हासिलदिव्या ने कक्षा 10में 81.6 प्रतिशत मार्क्स किये हासिल
दिव्या ने कक्षा 10में 81.6 प्रतिशत मार्क्स किये हासिल

81.6 प्रतिशत मार्क्स किये हासिल

दिव्या ने कक्षा 10में बोर्ड की तैयारी इतनी मेहनत से की की थी, कि उन्होंने कक्षा 10 में अच्छे प्रदर्शन के साथ साथ करीब 81.6 प्रतिशत मार्क्स हासिल किये है। जो कि सराहनीय है। वाकई में इस बच्ची का परिणाम काबिले तारीफ़ है। बहुत ही कम ऐसे बच्चे होते है कि, वे इतनी खतरनाक बीमारी के बावजूद भी इतनी हिम्मत करते हुए भी अपनी बोर्ड की भी तैयारी की हो। दिव्या बिलकुल ऐसी ही बहादुर लड़की का उदाहरण है।

2021 में पता चला कैंसर के बारे में
2021 में पता चला कैंसर के बारे में

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दिव्या 2021 में पता चला कैंसर के बारे में

साल 2021 दिव्या के लिए अच्छा नहीं रहा है। इसलिए क्योकि वो साल कोरोना भी अपने चरम सीमा पर था। उन्हें एक दिन अचानक से ठण्ड लगने लगी थी उन्हें लगातार खांसी भी आ रही थी, सभी को यही लग रहा था, कि उन्हें कोरोना हुआ है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ था। क्योकि उन्होंने हालत बिगड़ने पर ही टेस्ट करवाए तो पता चला, कि उन्हें कैंसर है और उसके उनका इलाज शुरू हुआ था। और आज तक ये बहादुर बेटी इस बिमारी से लड़ रही है।

 दिव्या ने न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारी से लड़ाई लड़ी है, बल्कि उस लड़ाई के साथ साथ उन्होने अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी है।
दिव्या ने न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारी से लड़ाई लड़ी है, बल्कि उस लड़ाई के साथ साथ उन्होने अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी है।

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