दोस्तों को लाइन में लगता देख आया ये आईडिया, और शुरू किया अनोखा जोमैटो का सफर

अपने कई बार ऑनलाइन खाना आर्डर करके खाना ज़रूर मंगवाया होगा। और आपने जोमाटो से भी ज़रूर खाना आर्डर किया होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि जोमाटो की शुरुआत कैसे हुई थी ? शायद नहीं ! बहुत ही कम लोग जानते है कि एक दिन इस जोमैटो कम्पनी के CEO को खाने के लिए लाइन में भी खड़ा होना पड़ा था। और तभी से उन्हें आईडिया आया था कि क्यों न कोई ऐसा आईडिया किया जाय कि ये खाने के लिए लोगों को लाइन में ही न लगना पड़े। और खाना टाइम से और आसानी से लोगों तक पहुंच पाय। आईये जानते है कि उन्होंने ऐसा क्या किया ?

दीपिंदर ने अपने ऑफिस के दोस्त पंकज चड्ढा के साथ मिलकर जोमैटो शुरू किया
दीपिंदर ने अपने ऑफिस के दोस्त पंकज चड्ढा के साथ मिलकर जोमैटो शुरू किया

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ऐसे शुरू हुआ जोमैटो

जोमैटो के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। एक फ़ूड डिलीवरी एप्प है। जो कि आपका समय बचाता है। और समय से आप तक आपकी मन पसंद चीज़ भी पंहुचा देता है। चाहे फिर आप देश के किसी भी कोने में ही क्यों न हो। आप तक हर चीज़ पहुंच जाती है। बता दे कि जोमैटो को शुरू करने का श्रेय दीपिंदर गोयल को जाता है। जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल के बारे में बहुत कम लोग ये बात जानते है। कि वो अपने स्कूल टाइम में दो बार फैल भी हुए है। लेकिन उन्होंने पढ़ाई की अहमियत को भी जल्द ही समझ लिया। और आगे चलके IIT में टॉप भी किया।

 एक दिन लगना पड़ा लाइन में ,और दीपिंदर ने बना दिया जोमैटो
एक दिन लगना पड़ा लाइन में ,और दीपिंदर ने बना दिया जोमैटो

एक दिन लगना पड़ा लाइन में

IIT पूरी होने के बाद दीपिंदर ने दिल्ली में 2006 में मैनेजमेंट कंसल्टिंग कम्पनी में जॉब भी की। और रोज़ की तरह ऑफिस के कैफेटेरिया में लंच के लिए गए। और दफ्तर के ओर लोगो को सिर्फ लंच के मेन्यू कार्ड के लिए लाइन में लगते हुए देखा। जिसे देख उन्हें ये ख्याल आया कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाए कि लोगों को उनकी मन पसंद खाना उनके पास जल्दी ही मिल जाए। लेकिन उन्होंने उस वक़्त एक खास उपाय किया। कि उन्होंने दफ्तर का मेन्यू कार्ड के मेन्यू कार्ड की साइट को स्कैन करके सबको दे दिया। जिससे कि वो अपने फ़ोन पर मेन्यू देख सके। उस वक़्त उनका ये कदम की सराहना हर किसी ने की।

IIT पूरी होने के बाद दीपिंदर ने दिल्ली में 2006 में मैनेजमेंट कंसल्टिंग कम्पनी में जॉब भी की।
IIT पूरी होने के बाद दीपिंदर ने दिल्ली में 2006 में मैनेजमेंट कंसल्टिंग कम्पनी में जॉब भी की।

शुरू किया जोमैटो एप्लीकेशन

दीपिंदर ने अपने ऑफिस के दोस्त पंकज चड्ढा के साथ मिलकर इस बात पर विचार किया कि की क्यों न कोई ऐसा ऑनलाइन प्लेटफार्म लाया जाए कि सभी को समय से खाना आर्डर करने पर मिल सके। तब शुरुआत हुई जोमैटो की। जिसमें उन्होंने सभी खाना और फ़ूड स्टोर और शॉप्स से कांटेक्ट किये। और उनके कॉन्ट्रैक्ट के ज़रिये डेलिवेरी बॉयज रखकर खाना पंहुचाना शुरू किया। जिसके बाद से जोमैटो काफी प्रसिद्ध हुआ। और इसकी लोकप्रियता बहुत बढ़ गयी। और इसके करोड़ो यूजर है।

जोमैटो को शुरू करने का श्रेय दीपिंदर गोयल को जाता है।
जोमैटो को शुरू करने का श्रेय दीपिंदर गोयल को जाता है।

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